32. मीराबाई को विष से मारने की व्यर्थ कोशिश | जीने की राह


Futile Effort of Killing Meera Bai with Poison (Way of Living)

एक सपेरे से कहा कि भयंकर विष ला दे जिसे जीभ पर रखते ही व्यक्ति मर जाए। ऐसा विष लाया गया। राजा ने मीरा से कहा कि यह विष पी ले अन्यथा  तेरी गर्दन काट दी जाएगी। मीरा ने सोचा कि गर्दन काटने में तो पीड़ा होगी, विष पी लेती हूँ। मीरा ने विष का प्याला परमात्मा को याद करके पी लिया। लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ। सपेरा बुलाया और उससे कहा कि यह नकली विष लाया है। सपेरे ने कहा कि वह प्याला कहाँ है? उसे प्याला दिया गया। सपेरे ने उस प्याले में दूध डालकर एक कुत्ते को वहीं पिला दिया। कुत्ता दूसरी बार जीभ भी नहीं लगा पाया था, मर गया।

राजा ने देख लिया कि यह किसी तरह मरने वाली नहीं है। तब उसको मंदिर में जाने से नहीं रोका। उसके साथ कई नौकरानी तथा पुरूष रक्षक भी भेजने लगा कि लोग यह नहीं कहेंगे कि आवारागर्दी में जाती है।