आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा - संत रामपाल जी बनाम प्रकाश मुनि नाम साहेब, दामाखेड़ा


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वर्तमान समय में अनेकों धार्मिक पंथ चल रहें है जो भक्ति मार्ग के बारे में लोगों को जागृत करने का दावा कर रहे हैं। इन्हीं पंथों में से एक पंथ है कबीर पंथ। कबीर साहेब के नाम से अब तक बारह पंथ चल चुके हैं। कबीर पंथ के महंत अपने सत्संगों में कहते हैं कि हम कबीर साहेब के बताए अनुसार भक्ति मार्ग बताते हैं। जबकि दामाखेड़ा के प्रकाश मुनि, लहर तारा के अर्ध नाम साहेब आदि सभी महंत अपने सत्संगों में परमात्मा को निराकार बताते हैं। उनका कहना है कि परमात्मा पापकर्म को समाप्त नहीं कर सकते हैं। 

इसके साथ ही ये सभी महंत कबीर साहेब को सदगुरु मानते हैं, और चौका पूजा आदि क्रिया के बारे में बताते हैं। वहीं दूसरी तरफ कबीरपंथी संत रामपाल जी महाराज इन सबका खंडन प्रमाण सहित करते हैं। संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग प्रवचनों मे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1, यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 8 में प्रमाणित करके बताते हैं कि परमात्मा सशरीर है। उनका नाम कबीर है जोकि सतलोक में सिंहासन पर विराजमान है। वह परमात्मा पाप कर्म को नष्ट कर देता है जिसका प्रमाण ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-3, यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13 में दिया गया है। 

संत रामपाल जी महाराज ने गीता, वेदों के साथ-साथ अन्य धर्म ग्रंथों से भी प्रमाणित करके बताया है कि परमात्मा कबीर साहेब हैं जो स्वयं सदगुरू रूप में, एक कवि के रूप में आकर लोगों को सही भक्ति मार्ग बताते हैं।

संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि सभी बारह 
कबीरपंथी महंत कबीर साहेब के बताए अनुसार भक्ति मार्ग ना बताकर मनमाना आचरण कर और करवा रहे हैं। ये पंथ काल द्वारा चलाए गए पंथ हैं जिसका प्रमाण कबीर सागर अध्याय कबीर वाणी (बोध सागर) पृष्ठ 136-137 में "द्वादश पंथ चलो सो भेद" में दिया गया है। इस विषय कबीर साहेब ने लिखा है:

"द्वादश पंथ काल फुरमाना, भूले जीव न जाय ठिकाना।"

वहीं कबीर सागर, अध्याय कबीर वाणी (बोध सागर) के पृष्ठ 134(998) वंश प्रकार में लिखा है

बारहवे वंश प्रगट होय उजियारा। 
तेरहवें वंश मिटे सकल अंधियारा। |

कबीर सागर के अनुसार, 12वां पंथ संत गरीबदास जी महाराज का हुआ है जिनके माध्यम से कबीर साहेब ने अपनी वाणी दुबारा से उजागर करवाई तथा लिपिबद्ध करवाई है। जबकि वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज द्वारा तेरहवां यथार्थ कबीर पंथ चलाया जा रहा है। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज ही कबीर साहेब के बताए सच्चे मार्ग पर चल रहे है और अपने शिष्यों को कबीर साहेब द्वारा बताया गया यथार्थ भक्ति मार्ग प्रदान कर रहे हैं। अतः बारह कबीर पंथों की सच्चाई जानने के लिए देखिये संत रामपाल जी महाराज बनाम नकली कबीर पंथों के मध्य ज्ञानचर्चा