शरीर के कमलों की यथार्थ जानकारी

शरीर के कमलों की यथार्थ जानकारी

कबीर सागर में अध्याय ‘‘कबीर बानी‘‘ पृष्ठ 111 पर शरीर के कमलों की यथार्थ जानकारी है जो इस प्रकार हैः- 1) प्रथम मूल कमल है, देव गणेश है। चार पंखुड़ी का कमल है। 2) दूसरा स्वाद कमल है, देवता ब्रह्मा-सावित्राी हैं। छः पंखुड़ी का कमल है। 3) तीसरा नाभि कमल है, लक्ष्मी-विष्णु देवता हैं। आठ पंखुड़ी का कमल है। 4) चैथा हृदय कमल है, पार्वती-शिव देवता हैं। 12 [...] Read more

कर नैनों दीदार महलमें प्यारा है

कर नैनों दीदार महलमें प्यारा है

कर नैनों दीदार महलमें प्यारा है।।टेक।। काम क्रोध मद लोभ बिसारो, शील सँतोष क्षमा सत धारो। मद मांस मिथ्या तजि डारो, हो ज्ञान घोडै असवार, भरम से न्यारा है।1। धोती नेती बस्ती पाओ, आसन पदम जुगतसे लाओ। कुम्भक कर रेचक करवाओ, पहिले मूल सुधार कारज हो सारा है।2। मूल कँवल दल चतूर बखानो, किलियम जाप लाल रंग मानो। देव गनेश तहँ रोपा थानो, रिद्धि सिद्धि चँवर [...] Read more

Is worship of Brahma, Vishnu, Shiva, Durga, Ganesh forbidden by Satguru Rampal Ji?

Is worship of Brahma, Vishnu, Shiva, Durga, Ganesh forbidden by Satguru Rampal Ji?

How to Worship to attain Moksh / Liberation There is a misconception amongst the masses that Jagat Guru Rampal Ji Maharaj prohibits the worship of Brahma, Vishnu, Shiv, Durga etc. Garib Das Ji Maharaj says "गरीब, तीनो देवा दिल में बसे, ब्रह्मा विष्णु महेश प्रथम इनकी वंदना फिर सुन सतगुरु उपदेश" The line above by Garib Das Ji talks about doing [...] Read more